कवर्ड कॉल और कवर्ड पुट: एंटर करने की वजह,वक़्त और शामिल रिक्स

क्यूरेट बाय
विवेक गडोदिया
सिस्टम ट्रेडर और एल्गो स्पेशलिस्ट

आप इस चैप्टर में क्या सीखेंगे

  • कवर्ड कॉल क्या है?
  • कवर्ड कॉल से खेलना
  • कवर्ड पुट और इसके इस्तेमाल के मामले

एक कवर्ड कॉल एक कॉमन स्ट्रेटेजी है जिसका इस्तेमाल इन्वेस्टर्स द्वारा शेयरों के पोर्टफोलियो में किया जाता है। अपने पोर्टफोलियो को बेचने के बजाय अगर उन्हें लगता है कि मार्केट फ्लैट रहने या पीछे हटने वाला है, तो वे अपने पोर्टफोलियो स्टॉक को बेचे बिना ऑप्शंस मार्केट से कमाई करने के लिए कवर्ड कॉल स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करते हैं।

यहाँ तक कि अगर ट्रेडर के पास कोई पोर्टफोलियो नहीं है, लेकिन मार्केट के प्रति हल्का बुलिश है तो वह एक कवर्ड कॉल पोजीशन में एंटर कर सकता है। कवर्ड कॉल क्या है?

एक कवर्ड कॉल स्ट्रेटेजी के दो कॉम्पोनेंट्स होते हैं - एक स्टॉक या एक पोर्टफोलियो और ऑप्शंस मार्केट में एक पोजीशन जो कॉल ऑप्शंस को बेचकर बनाया जाता है।

बेचे गए कॉल ऑप्शंस या तो उस स्टॉक के हो सकते हैं जो ट्रेडर के पास हो या इंडेक्स के।

पोजीशन एक लॉन्ग स्टॉक पोजीशन के प्रॉफिट पोटेंशियल को लिमिट करता है क्योंकि बेचा गया कॉल एक पॉइंट से ज़ायदा नुकसान करना शुरू कर देगा।

पेऑफ डायग्राम

नीचे दिया गया चार्ट एचडीएफसी बैंक की कवर्ड कॉल पोजीशन को दर्शाता है।

Payoff diagram of a Covered Call position of HDFC Bank

25 अगस्त 2022 की एक्सपायरी के 1 फ्यूचर को खरीदकर स्ट्रेटेजी बनाई गई है।
ट्रेड के ऑप्शन लेग के लिए, 25 अगस्त की एक्सपायरी के 1,500 कॉल ऑप्शंस बेचे जा रहे हैं। ध्यान दें, यह फ्यूचर्स की तरह ही एक्सपायरी है।
जैसा कि पेऑफ डायग्राम से देखा जा सकता है, स्ट्रेटेजी का लाभ क्षमता एक पॉइन्ट से आगे बढ़ जाता है।
मैक्सिमम प्रॉफिट पोटेंशियल = स्टॉक के परचेस प्राइस और शॉर्ट कॉल स्ट्राइक के बीच की दूरी + क्रेडिट रिसीव्ड ।

स्ट्रेटेजी ब्रेकइवन = स्टॉक परचेस प्राइस - क्रेडिट रिसीव्ड ।
मैक्सिमम लॉस अनलिमिटेड है।
कवर्ड कॉल्स में एंटर करने की वजह

ट्रेडर्स नेकेड स्टॉक्स खरीदने के बजाय कवर्ड कॉल्स को प्रेफरेंस देते हैं क्योंकि शॉर्ट कॉल ऑप्शन पोजीशन पैसे बनाती है जब स्टॉक कहीं नहीं जाता है।अगर खरीदा जाने वाला स्टॉक लंबे वक़्त के लिए पोर्टफोलियो में रखा जाना है, तो कॉल ऑप्शंस बेचने से परचेस के कीमत कम करने में मदद मिलेगा। कौन से ऑप्शंस स्ट्राइक को बेचा जाए ?

ट्रेडर्स अपने रिस्क प्रोफाइल और रिटर्न की उम्मीद के आधार पर कॉल ऑप्शन बेचने के लिए स्ट्राइक का चयन करते हैं। इन पैरामीटर्स के आधार पर,इन्वेस्टमेंट पर मनचाहा रिटर्न देने के लिए स्ट्राइक का चयन किया जाता है।

एक बहुत कन्ज़र्वेटिव ट्रेडर 10 डेल्टा के अनुरूप ऑप्शन स्ट्राइक का चयन करेगा, जबकि कम कन्ज़र्वेटिव ट्रेडर 30 डेल्टा स्ट्राइक ऑप्शन को पसंद करेगा।

कुछ ट्रेडर्स अंडरलाइंग स्टॉक के साथ संबंधों के आधार पर अपने ऑप्शंस का चयन करते हैं। कहते हैं, ये ट्रेडर्स हर महीने ट्रेड से 2 प्रतिशत कमाना चाहते हैं, यह मानते हुए कि मार्केट उस पॉइंट तक नहीं पहुंचता है जहां उन्होंने अपने कॉल ऑप्शंस बेचे हैं। वे तब ऑप्शन प्रीमियम की तलाश करेंगे जो शेयर की कीमत का लगभग 2 प्रतिशत हो।

एचडीएफसी बैंक के उदाहरण में, जहाँ स्टॉक 1,471.7 रुपये पर कारोबार कर रहा है, ट्रेडर उन स्ट्राइक की तलाश करेगा जहाँ कॉल ऑप्शन का प्रीमियम 29 के आसपास है। इस तरह अगर स्टॉक नहीं बढ़ता या गिरता है, तो ट्रेडर 2 प्रतिशत रिटर्न बनाता है। लेकिन अगर स्टॉक ऊपर जाता है तो उन्हें अंडरलाइंग स्टॉक की मूवमेंट से फायदा होता है, साथ ही उन्हें बेचे गए प्रीमियम का फायदा भी मिलता है।

किस एक्सपायरी का चयन किया जाये?

जायदातर ट्रेडर्स मौजूदा एक्सपायरी से कॉल ऑप्शंस का चयन करना पसंद करते हैं, क्योंकि अगले महीने की एक्सपायरी में लिक्विडिटी कम होता है, खास तौर से स्टॉक ऑप्शंस में।

जब इंडेक्स ऑप्शंस की बात आता है, तो यह सलाह दिया जाता है कि मौजूदा तारीख से 30-45 दिनों की एक्सपायरी का चयन करें। इससे सफलता की संभावना बढ़ जाती है और ट्रेडर को खेलने के लिए अच्छी रूम मिलती है। ऐसे ट्रेड पर रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट भी बेहतर होता है। कवर्ड कॉल पोजीशन को कब बंद करें?

कवर्ड कॉल पोजीशन को बंद किया जा सकता है जब शेयर की कीमत ऑप्शन के स्ट्राइक प्राइस को पार कर जाती है क्योंकि पोजीशन को खुला रखने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि मैक्सिमम प्रॉफिट पॉइंट पहुँच गया है।

बेचे गए ऑप्शन की पोजीशन को स्क्वायर-ऑफ किया जा सकता है जब स्टॉक की कीमत में गिरावट या ऑप्शन की कीमतों में गिरावट के कारण ऑप्शन का मैक्सिमम प्राइस खो गया हो।

कवर्ड कॉल ट्रेडिंग में शामिल रिस्क

अंडरलाइंग स्टॉक या फ्यूचर की कीमतों में तेज गिरावट का मतलब सेलिंग ऑप्शंस से फायदे से ज़ायदा नुकसान होगा। ऐसे मौके में ट्रेडर अपने बेचे गए कॉल ऑप्शन पोजीशन में प्रॉफिट बुक करना जारी रख सकता है और स्ट्राइक प्राइस को नीचे ले जा सकता है या स्ट्राइक प्राइस को अगली एक्सपायरी पर ले जा सकता है।

निष्कर्ष

एक कवर्ड कॉल किसी ऐसे व्यक्ति के लिए एक अच्छी स्ट्रेटेजी है, जिसके पास स्टॉक पोर्टफोलियो है और वह रिटर्न कमाना चाहता है या होल्डिंग की कॉस्ट कम करना चाहता है। यह OTM कॉल ऑप्शन बेचकर किया जा सकता है। न्यूट्रल से बुलिश स्ट्रेटेजी आमतौर पर इंस्टीटूशनल प्लेयर्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है।

कवर्ड पुट

एक कवर्ड पुट स्ट्रेटेजी बियारिश स्ट्रेटेजी के लिए न्यूट्रल है। यहाँ आप स्टॉक या इंडेक्स को शॉर्ट करके और फिर इसे शॉर्ट पुट पोजीशन के साथ जोड़कर स्टॉक या मार्केट पर अपने नेगटिव नजरिया का ट्रेड कर सकते हैं।

पेऑफ डायग्राम

यह पेऑफ डायग्राम एचडीएफसी बैंक में एक कवर पुट स्ट्रेटेजी का है।

Payoff diagram of a Covered Put strategy in HDFC Bank

25 अगस्त 2022 की एक्सपायरी के 1,468.7 पर एचडीएफसी बैंक फ्यूचर ट्रेडिंग को बेचकर स्ट्रेटेजी बनाई गई है। ऑप्शंस लेग में, 1,440 स्ट्राइक का OTM पुट ऑप्शन 2.8 में बेचा जाता है।

स्ट्रैटेजी का ब्रेक इवन उस प्राइस पर होता है जिस पर फ्यूचर बेचा जाता है और साथ ही पुट ऑप्शन को बेचकर कलेक्ट किया गया प्रीमियम। मैक्सिमम प्रॉफिट की संभावना = स्टॉक परचेस प्राइस और शॉर्ट पुट स्ट्राइक के बीच की दूरी + क्रेडिट रिसीव्ड

कवर्ड पुट ट्रेड कब बनाएं

स्ट्रेटेजी तब बनाई जाती है जब ट्रेडर को लगता है कि स्टॉक या तो रेंज बाउंड में रहने वाला है या मौजूदा लेवल से मामूली रूप से गिरेगा। कवर्ड पुट स्ट्रैटेजी बनाने का रिस्क

अगर शेयर की कीमत गिरने की कल्पना नहीं चलती है और इसके बजाय कीमत तेजी से बढ़ती है, तो ट्रेडर को अनलिमिटेड लॉस का सामना करना पड़ सकता है। वह अपनी बेची गई पुट पोजीशन में प्रॉफिट बुक करके और इसे ऊपर ले जाकर या इसे अगली एक्सपायरी पर शिफ्ट करके और ज़ायदा प्रीमियम कलेक्ट करके अपने लॉस को कुछ हद तक कम कर सकता है।

निष्कर्ष

कवर्ड पुट स्ट्रैटेजी कवर्ड कॉल स्ट्रैटेजी के जैसा है, लेकिन ट्रेडर्स द्वारा इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब वे मार्केट को बियारिश वक़्त में न्यूट्रल होने की उम्मीद करते हैं। हालाँकि, यह कवर्ड कॉल स्ट्रैटेजी के रूप में पॉपुलर नहीं है क्योंकि जायदातर ट्रेडर्स किसी स्टॉक या मार्केट को शॉर्ट करने में असहज होते हैं।

याद रखने वाली चीज़ें

  • जब शेयरों के पोर्टफोलियो वाले इन्वेस्टर को लगता है कि मार्केट फ्लैट रहेगा या गिरेगा, तो कवर्ड कॉल्स स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल पोर्टफोलियो में अपने शेयरों को बेचे बिना ऑप्शंस मार्केट से कमाई करने के लिए करता है।
  • यहाँ तक कि अगर ट्रेडर के पास कोई पोर्टफोलियो नहीं है, लेकिन मार्केट हल्का बुलिश है तो वह एक कवर्ड कॉल पोजीशन में एंटर कर सकता है।
  • कवर्ड कॉल उन इन्वेस्टर्स द्वारा भी लिया जा सकता हैं जिनके पास स्टॉक का पोर्टफोलियो नहीं है, लेकिन जो मार्केट के प्रति बुलिश अप्प्रोच रखते है।
  • कवर्ड पुट स्ट्रेटेजी कवर्ड कॉल स्ट्रेटेजी जैसा है, लेकिन ट्रेड्स द्वारा इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब वे मार्केट को बियारिश वक़्त में न्यूट्रल होने की उम्मीद करते हैं।
  • एक कवर्ड पुट स्ट्रेटेजी बियारिश स्ट्रेटेजी के प्रति न्यूट्रल है।
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